श्रीरामाश्रम सत्संग

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परम पूज्य बृज मोहन लाल जी महाराज से संपर्क

Brij Mohan Lal

पूज्य बृज मोहन लाल जी महाराज पूज्य चाचा जी महाराज के ज्येष्ठ पुत्र थे। कहा जाता है कि आपकी पैदाइश स्वयं पूज्य फजल अहमद साहब की दया से हुई थी। पूज्य लाला जी महाराज ने आपको 31 जनवरी सन् 1928 में पूर्ण इजाजत अता फरमाई और आपको जीवन के कुछ मूल मंत्रों की शिक्षा प्रदान की और उनका पालन करने का निर्देश दिया, पहला, स्वामी बनने की कभी कोशिश न करना। दूसरा, सदा सेवक बन कर काम करना और दावा किसी बात का कभी न करना कि इतने समय में यहां कुछ हासिल करा दिया जायेगा। इसके बाद आगामी वर्ष में परम पूज्य चाचा जी महाराज ने भी आपको पूर्ण इजाजत प्रदान किया।

एक बार पूज्य बृज मोहन लाल जी एवम पूज्य बाबू जी साथ ही कबीर मठ, जो कि वाराणसी में स्थित है, गये थे। पूज्य बाबू जी महाराज अपने पूरे जीवन भर पूज्य बृज मोहन लाल जी को अत्यधिक आदर प्रेम करते थे। जब कभी भी आप लखनऊ तशरीफ लाते थे, अवश्य ही आपकी समाधी, जो तिलक नगर में स्थित है, जाते थे और अपना श्रद्धा सुमन भेंट करते थे।